कैप्टन मिल्खा सिंह जी पर self-made short hindi poem

 



जिंदगी दौड़ हैं

कैप्टन मिल्खा के जीवन

की जंग जैसे ।

यदि जीतना है तो 

एक सेकेंड के लिए भी 

अपने प्रतिस्पर्धी को ना देखें ।

मैदान में हो या जीवन में 

अपने आसपास उठते शोर पर 

ज्यादा ध्यान ना दें ।

यदि अपना वजूद बनाए रखना है 

तो हर वक्त जीतने की उम्मीद 

बनाए रखनी  होगी ।

तनिक पार कर लीजिए 

इस जिंदगी की दौड़ को एक बार 

फिर चारों ओर शोर ही शोर होगा 

भाग मिल्खा भाग ।।

✍️ योगेंद्र सिंह राजावत


Previous
Next Post »

आपका बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद | ये पोस्ट आपको कैसी लगी |
इस पोस्ट के बारे में आपकी कोई राय है तो कृपया comment कर बताये ConversionConversion EmoticonEmoticon

Search

How to contact us ?

मान्यवर यदि आप हमें कहानी , कविता या अपने अन्य अमूल्य विचार भेजना चाहते है तो हमे अपने फोटो सहित ई मेल करे- Gyaninnovate@gmail.com जिसे इस साईट पर पोस्ट किया जाएगा | thanks for support us -- Gyaninnovate Group